बिहार के सुपौल ज़िले में पुलिस के अत्याचार की एक कहानी सामने आई है जिसमें एक निर्दोष को कथित रूप से धोखे से फंसाकर जेल में डाल दिया गया है. पीड़ित परिवार का आरोप है कि रवींद्र को चोरी और मारपीट के झूठे आरोप में पुलिस ने फंसाया है. सिर्फ परिवार ही नहीं बल्कि पूरा इलाका रवींद्र का तरफदार नज़र आ रहा है और सभी कह रहे हैं कि वह अपराधी नहीं बल्कि बिजली का काम करने वाला एक शरीफ लड़का है जो मेहनत मज़दूरी कर अपने परिवार का पेट पालता है. पूरी कहानी देखें तफ्तीश में.
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