वीरांगना गट्टूदेवी की दास्तां: पति की शहादत के 57 साल बाद तक भरती रहीं मांग में सिंदूर

दो दिन पहले जब पूर्व सैनिक कल्याण प्रेम सिंह बाजोर की प्रेरणा से भीकाराम ताड़ा की गांव में मूर्ति का अनावरण किया गया तो गट्टूदेवी की आंखें भर आईं. उसने अपने शरीर से सुहाग चिन्ह उतारकर अपने पति के चरणों में रख दिए.

from Latest News राजस्थान News18 हिंदी https://ift.tt/2VzqauT

Comments