सेवा की मिसाल: ...और वे कभी लौटकर नहीं आ सकीं, मरीजों की सेवा में ही गंवा दी जान

‘आपकी बहुत याद आती है मम्मी! आप प्लीज हार मत मानना। मैं आपको वापस घर देखना चाहती हूं।’ उधर से अगले दिन जवाब आया...‘लव यू बेटा! वापस आऊंगी’, लेकिन वह लौटकर नहीं आईं।

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