कल्याण सिंह : भाजपा की विजय, पराजय व पुनरुत्थान के सूत्रधार, कठोर प्रशासक... मगर दिल के उतने ही नरम

कल्याण सिंह... कहते थे दिल की राजनीति करता हूं, दिमाग की नहीं। कई बार भाजपा से अलग हुए तो माफी मांगकर लौटने में भी संकोच नहीं किया। हालांकि जब-जब भाजपा से दूर हुए, पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा।

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